भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था

फ्राँस को पीछे छोड़ भारत बना दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

चर्चा में क्यों? 👇

विश्व बैंक द्वारा वर्ष 2017 के लिये ज़ारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है।

क्या कहते हैं विश्व बैंक द्वारा ज़ारी आँकड़े?👇

    2017 में भारत 2.59 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के साथ छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया, जिसने फ्राँस को सातवें स्थान पर पहुँचा दिया है।
    आँकड़ों के अनुसार, फ्राँस का सकल घरेलू उत्पाद 2.58 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर था।
    ब्रेक्जिट का सामना करने वाले यूनाइटेड किंगडम का सकल घरेलू उत्पाद 2.62 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो कि भारत की तुलना में 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर अधिक है।
    अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसका सकल घरेलू उत्पाद 19.39 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है।
    12.23 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर सकल घरेलू उताप्द के साथ चीन दूसरे स्थान पर है।
    जापान 4.87 ट्रिलियन तथा जर्मनी 3.67 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की GDP के साथ  क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।
    सकल घरेलू उत्पाद के आधार पर शीर्ष दस में अन्य तीन देश ब्राज़ील (8वाँ), इटली (9वाँ) और कनाडा (10वाँ) हैं।
    अप्रैल, 2018 में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा ज़ारी ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक’ के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था 2.61 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की GDP के साथ फ्राँस की 2.58 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की GDP की तुलना में आगे रही।

भरतीय अर्थव्यवस्था के विकास के कारण👇

    हाल के वर्षों में भारत में व्यवसाय को सरल बनाने के लिये भारत सरकार ने विभिन्न कदम उठाए हैं।
    इन सुधारात्मक उपायों में वस्तु एवं सेवा कर (GST), विमुद्रीकरण (demonitisation) तथा दिवाला एवं दिवालियापन संहिता (IBC) का कार्यान्वयन शामिल है।
    मार्च 2018 को समाप्त हुए वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के दौरान सरकारी खर्च तथा निवेश की मदद से देश की अर्थव्यवस्था में 7.7 फीसदी तक उच्च वृद्धि दर्ज की गई।

आगे की राह👇

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार, इस साल भारत की ग्रोथ 7.4 फीसदी रह सकती है और कर सुधार एवं घरेलू खर्चे के चलते 2019 में भारत की विकास दर 7.8 फीसदी तक पहुँच सकती है। वहीं, दुनिया की औसत विकास दर के 3.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है।

वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक👇

    वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (WEO) एक सर्वेक्षण है जिसका आयोजन तथा प्रकाशन  अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा किया जाता है।
    यह भविष्य के चार वर्षों तक के अनुमानों के साथ निकट और मध्यम संदर्भ में वैश्विक अर्थव्यवस्था को चित्रित करता है।
    WEO पूर्वानुमान में सकल घरेलू उत्पाद, मुद्रास्फीति, चालू खाता और दुनिया भर के 180 से अधिक देशों के वित्तीय संतुलन जैसे महत्त्वपूर्ण आर्थिक संकेतक शामिल हैं।

विश्व बैंक (World Bank)👇

    विश्व बैंक संयुक्त राष्ट्र  की विशिष्ट संस्था है।
    इसकी स्थापना 1944 में अमेरिका के ब्रेटन वुड्स शहर में हुई थी|
    इसका मुख्यालय वाशिंगटन डीसी में है।
    इसका उद्देश्य विश्व को आर्थिक तरक्की के रास्ते पर ले जाना, विश्व में गरीबी को कम करना तथा अंतर्राष्ट्रीय निवेश को बढ़ावा देना है।

स्रोत : द हिंदू (बिज़नेस लाइन) एवं इंडियन एक्सप्रेस


कुलदीप सिंह सोढा


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